किशनगंज/विजय कुमार साह
टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र के कई पंचायतों के दर्जनों घरों में सैलाब का पानी प्रवेश कर गया है। जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त व्यस्त है लोगों को माल मवेशी बांधने रखने में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। निचले इलाके में काफी तेजी से रेतवा व कनकई नदी का पानी बढ़ रहा है। तराई क्षेत्र के इलाकों में बारिश होने से कनकई और रेतवा नदी में जल स्तर में वृद्धि होने की वजह से कई पंचायत के गांव में पानी प्रवेश कर गया है।

इस वर्ष कई बार लगातार नदी में उफान आने से दर्जनों घर व उपजाऊ जमीन पहले ही नदी में विलीन हो चुके हैं। फिर से नदी में पानी भरने से लोगों की मुसीबतें बढ़ गई है। धवेली पंचायत के दर्जनटोला एवं हवाकोल पंचायत के हवाकोल गांव, खुरखुड़िया, गढ़ीटोला खजूरबाड़ी, बभनगामा, सुहिया हाट, सुहिया गांव, चिल्हनियाँ देवरी, कोठी टोला, दुर्गापुर आदि दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है।
वही कनकई नदी स्थित मटियारी पंचायत के माली टोला सुंदरबाड़ी, हरहरिया, बलुआडांगी, सिरनिया इत्यादि गांव में नदी का पानी प्रवेश कर चुका है। कई जगह का आवागमन पूरी तरह से ठप है।सड़क पुल पुलिया के ऊपर से पानी बह रहा है।माली टोला के बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि इस वर्ष 5 से 6 बार नदी का पानी हम लोगों का घरों में प्रवेश किया, लेकिन आज तक ना ही कोई सरकारी सहायता व मदद मिला है।
यहां तक कि कोई अधिकारी भी देखने नहीं आते, बाढ़ पीड़ितों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। जिसके घरों में पानी घुसा है। वह अपने बाल बच्चों को लेकर घर से बाहर निकल गए हैं। पानी घटने का इंतजार कर रहे हैं।