किशनगंज /प्रतिनिधि
राहत संस्था, किशनगंज के द्वारा ई पार्टनर के तत्वाधान में ssb 12 बटालियन ,फतेहपुर तेरा घाट प्रखंड में कमांडेंट की अध्यक्षता में सेमिनार ,अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया
इस सेमिनार में असिस्टेंट कमांडेंट श्री आयुष,फतेहपुर थाना अध्यक्ष सृष्टि कुकरी, सी अनामिका कुमारी, ssb की महिला जवान, सरपंच, टीचर, आशा, सहित अन्य ने हिस्सा लिया।
श्री छोआबा ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया
राहत संस्था के परियोजना समन्वयक श्री दानिश ने संस्था की ओर से आए हुए मुख्य अतिथि और प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए संस्था के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान किया।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस क्यों और कब से मनाया जा रहा है इस विषय पर विस्तार से जानकारी दी गई जैसे 19वीं सदी से ही महिलाएं अपनी अधिकारों , वोट का अधिकार के लिए आंदोलन कर रही थी ।वहीं 2025 के अंतरराष्ट्रीय महिला थीम की जानकारी भी दी गई।
थाना अध्यक्ष सृष्टि कुमारी ने कहा के जब तक सभी लड़कियां शिक्षा से नहीं जुड़ेंगे तब तक महिलाओं का सशक्तिकरण नहीं हो सकता है महिलाओं को शक्ति करण लाने के लिए जो भी बच्चे या बच्चियों स्कूल ड्रॉप आउट हैं उन्हें शिक्षा से जोड़ना होगा तब जाकर सशक्तिकरण आ सकता है।
असिस्टेंट का कमांडर आयुष ने बताया के हम तब तक महिला दिवस हमें मनाना चाहिए जब तक महिलाओं को अधिकार सामान्य एवं सशक्तिकरण ना जाए तब तक हमें इस दिन को सेलिब्रेट करना चाहिए इस बार हम ऐसे पुरुषों को भी डेडिकेट कर रहे हैं जो पिता के साथ-साथ माता का भी रोल अदा किए हैं उन पिता को भी महिला दिवस पर शुभकामनाएं।
SSB कमांडेंट श्री छोआबा ने कहा कि हम लोग स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम चला रहे हैं , सिलाई प्रशिक्षण कंप्यूटर निशुल्क कराया जा रहा है जिसमें ज्यादा से ज्यादा लड़कियां हिस्सा ले रही हैं तो उनका स्किल डेवलप करेगा तो उनके अंदर सशक्तिकरण आ जाएगा सशक्तिकरण तभी आएगा जब वह फाइनेंशली मजबूत होंगे शिक्षा प्राप्त कर लेंगे अपने पैरों पर खड़ी हो जाएंगे तभी हमारे देश में समझ में बदलाव आएगा जैसा बिहार में 33% का रिजर्वेशन महिलाओं को दिया गया है इससे महिलाओं को अवसर प्राप्त हो रहा है और वह अपने पैरों पर खड़ी हो रही हैं तो उनके अंदर सशक्तिकरण आ रहा है सशक्तिकरण आने से घरेलू हिंसा जेंडर डिस्क्रिमिनेशन भेदभाव आदि समाप्त होंगे।
वही विपिन बिहारी ने बताया कि मानव व्यापार बाल विवाह बाल मजदूरी को समाप्त करने के लिए गांव के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की आवश्यकता है उनको जागरूक करने की जरूरत है और जो वैसे वंचित परिवार या महिला हैं उन्हें सरकार की स्कीमों से जब जोड़ेंगे तभी वह में सरिता में आ सकते हैं और महिलाएं सशक्तिकरण हो सकता है।
किशोरी ज्योति कुमारी ने अपने गांव के बारे में जानकारी दी की हमारे यहां कम उम्र में विवाह हो जाता है पहले से शराब बंदी कम हुई है लेकिन अभी और उसे रोकने की आवश्यकता है लोगों को जागरूक करने की जरूरत है उन्होंने रहा संस्था और सब से अनुरोध किया कि उनके गांव में आकर समुदाय को जागरूक करें और शिक्षा स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दें।
फूल कोऑर्डिनेटर श्रीमती यास्मीन प्रवीण ने राहत संस्था की ओर से सभी को धन्यवाद देते हुए बेटी जिंदाबाद नई पीढ़ी जिंदाबाद नारा लगाकर कार्यक्रम को समाप्त किया।
इस मौके परज्योति कुमारी, आशा गोविंद रिंकू देवी, रीता देवी,पंचायत समिति ,पैरों देवी, टीचर, ऋतु शर्मा आदि उपस्थित रहे ।