देश :नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद आइए जानते है क्या क्या परिवर्तन किए गए है

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मधुबाला मौर्या

कैबिनेट द्वारा अनुमोदित नई शिक्षा नीति (एनईपी) जारी कर दी गई है। बहुप्रतीक्षित नीति ने शिक्षा प्रणाली में कई बदलाव किए हैं – स्कूल से कॉलेज स्तर तक  : आइए जानते है क्या लाभ होगा इससे छात्र छात्राओं को और क्या क्या परिवर्तन किए गए है ।


1. नई शिक्षा नीति 2020 – स्कूल शिक्षा का नया ढांचा, 5+3+3+4 फार्मूला फाउंडेशन स्टेज : पहले तीन साल बच्चे आंगनबाड़ी में प्री-स्कूलिंग शिक्षा लेंगे । फिर अगले दो साल कक्षा एक एवं दो में बच्चे स्कूल में पढ़ेंगे । इन पांच सालों की पढ़ाई के लिए एक नया पाठ्यक्रम तैयार होगा । इसमें तीन से आठ साल तक की आयु के बच्चे कवर होंगे ।

प्रीप्रेटरी स्टेज : इस चरण में कक्षा तीन से पांच तक की पढ़ाई होगी ।इस दौरान प्रयोगों के जरिए बच्चों को विज्ञान, गणित, कला आदि की पढ़ाई कराई जाएगी । आठ से 11 साल तक की उम्र के बच्चों को इसमें कवर किया जाएगा।मिडिल स्टेज : इसमें कक्षा 6-8 की कक्षाओं की पढ़ाई होगी तथा 11-14 साल की उम्र के बच्चों को कवर किया जाएगा ।

इन कक्षाओं में विषय आधारित पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा और साथ ही कौशल विकास कोर्स भी शुरू किये जावेंगे ।

सेकेंडरी स्टेज : कक्षा 9 से 12 की पढ़ाई दो चरणों में होगी जिसमें विषयों का गहन अध्ययन कराया जाएगा व विषयों को चुनने की आजादी भी होगी ।

2. शिक्षा नीति 2020 में उच्च शिक्षा में ये बदलाव• उच्च शिक्षा में मल्टीपल इंट्री और एग्जिट का विकल्प• पांच साल का कोर्स वालों एमफिल में छूट• कॉलेजों के एक्रेडिटेशन के आधार पर ऑटोनॉमी• मेंटरिंग के लिए राष्ट्रीय मिशन• हायर एजुकेशन के लिए एक ही रेग्यूलेटर• लीगल एवं मेडिकल एजुकेशन शामिल नहीं• सरकारी और प्राइवेट शिक्षा मानक समान• नेशनल रिसर्च फाउंडेशन (एनआरएफ) की होगी स्थापना• शिक्षा में तकनीकी को बढ़वा• दिव्यांगजनों के लिए शिक्षा में बदलाव• 8 क्षेत्रीय भाषाओं में ई-कोर्सेस शुरू3. 2020 में स्कूली शिक्षा में अहम बदलाव• कक्षा 6 से ही बच्चे को प्रोफेशनल और स्किल की शिक्षा दी जाएगी और साथ ही स्थानीय स्तर पर इंटर्नशिप भी कराई जाएगी ।

इसके अलावा संगीत और कला को पाठयक्रम में लागू कर बढ़ावा दिया जाएगा

• नई शिक्षा नीति में हिन्दी और अंग्रेजी भाषाओं के अलावा आठ क्षेत्रीय भाषाओं में भी ई-कोर्स होगा ।कक्षा पांचवीं तक और जहां तक संभव हो सके आठवीं तक मातृभाषा में ही शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी

• नई शिक्षा नीति 2020 के तहत व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास पर जोर दिया जाएगा ।• नई शिक्षा नीति में शिक्षा प्रणाली से दूर रखे गए 3-6 साल के बच्चों को भी स्कूली पाठ्यक्रम के तहत लाया जाएगा ।• 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के महत्व को कम किया जाएगा ।

आने वाले समय में बोर्ड परीक्षाओं के प्रैक्टिकल मॉडल (वार्षिक, सेमिस्टर और मोड्यूलर बोर्ड परीक्षाएं) तैयार किया जाएगा ।

• कक्षा तीन, पांच एवं आठवीं में बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करवाई जावेगी ।• नेशनल एसेसमेंट सेंटर-परख बनाया जाएगा, जो बच्चों के सीखने की क्षमता का समय-समय पर परीक्षण करेगा ।• बच्चों की रिपोर्ट कार्ड का आकलन तीन स्तर पर किया जाएग पहला स्वयं छात्र करेगा, दूसरा सहपाठी और तीसरा उसका शिक्षक

• पारदर्शी एवं आनलाइन शिक्षा को आगे बढ़ाने पर जोर दिया गया है ।• 3 से 6 साल के बच्चों के लिए अर्ली चाइल्डहुड केयर एवं एजुकेशन

• एनसीईआरटी द्वारा फाउंडेशनल लिट्रेसी एवं न्यूमेरेसी पर नेशनल मिशन शुरु ।• 9वीं से 12वीं की पढ़ाई की रुपरेखा 5+3+3+4 के आधार पर ।• बच्चों के लिए नए कौशल: कोडिंग कोर्स शुरू ।• एक्सट्रा कैरिकुलर एक्टिविटीज-मेन कैरिकुलम में शामिल ।

• वोकेशनल पर जोर: कक्षा 6 से शुरू होगी पढ़ाई • नई नेशनल क्यूरिकुलम फ्रेमवर्क तैयार: बोर्ड एग्जाम दो भाग में • रिपोर्ट कार्ड में लाइफ स्किल्स शामिल • साल 2030 तक हर बच्चे के लिए शिक्षा सुनिश्चित की गई है । शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोग नई नीति को देश की शिक्षा नीति के लिए ऐतिहासिक बता रहे है ।

देश :नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद आइए जानते है क्या क्या परिवर्तन किए गए है

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