बैसा (पूर्णियाँ )प्रतिनिधि
सीमांचल अधिकार यात्रा के तहत एआईएमआईएम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी एवं विधायक अख्तरूल इमान ने शनिवार को बायसी और अमौर विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया।नेताओ ने सबसे पहले बायसी में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया।कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने लोगो से माफी मांगी और कहा की आपने विधान सभा चुनाव में हमारे उम्मीदवार को जिताने का काम किया था लेकिन वो लोग गद्दार निकलें और बिक गए लेकिन में सीमांचल के हक की लड़ाई लड़ता रहूंगा।
तत्पश्चात अर्धनिर्मित रसेली पुल का निरक्षण किया । उसके बाद रेसली गांव जो कि परमान नदी कटाव से प्रभावित परिवारों से मिल कर उनके समस्याओं को सुना। उसके बाद उन लोगों के द्वारा पलसा के 99 स्टेट हाईवे के बगल में अमौर विधानसभा क्षेत्र के आठ सड़कों ,चाहरदीवारी एवं पुस्तकालय का शिलान्यास फीता काट कर किया गया।

उसके बाद उनके द्वारा हरिपुर पंचायत से 2 किलोमीटर पैदल यात्रा कर अर्धनिर्मित खारीपुल का निरक्षण किया ।जनसभा में लोगों द्वारा भव्य स्वागत करते हुए मंच पर मौजूद लोगों ने कहा कि देखो – देखो कौन आया । शेर आया शेर आया का नारा लगा कर असदुद्दीन ओवैसी का स्वागत किया । स्वागत के उपरांत असदुद्दीन ओवैसी द्वारा अर्धनिर्मित खारीपुल के बगल में जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि सीमांचल के लोगों के साथ सभी पार्टियों ने सौतेले पन का व्यवहार किया है । जिसका जीता जागता उदाहरण रसेली पुल एवं खारीपुल आपके सामने है।
इतना ही नहीं बिहार में सबसे पिछड़ा क्षेत्र अमौर विधानसभा क्षेत्र है। और यहां सबसे ज्यादा नदी कटाव से प्रभावित लोग आज भी बेघर है ।जबकि हमारे प्रदेश अध्यक्ष सह विधायक अख्तरूल इमान द्वारा सीमांचल क्षेत्र की बदहाली को लेकर कई बार सरकार के सामने समस्याओं को रखा।लेकिन बिहार सरकार ने इस क्षेत्र को देखने की जरूरत नहीं समझते हैं ।जिसके कारण आज सीमांचल क्षेत्र विकास से काफी दूर है।बिहार सरकार के उपेक्षित रवैया के कारण आज दस वर्षों से खारीपुल और रसेली पुल नहीं बनाए गए हैं।
सभी पार्टियों के द्वारा इस क्षेत्र को उपेक्षित कर रखा है। इसलिए सिमांचल को बचाना है। उन्होंने कहा कि सीमांचल की जनता की जब तक समस्या की समाधान नहीं होगी । तब तक चैंद की सांस नहीं लेगें। हमारे चार विधायकों को सरकार ने खरीद लिया है। उन चारों विधायकों ने सीमांचल के साथ धोखा किया है। उन चारों बेइमान विधायक को कभी हम माफ नहीं करेंगे।
ना ही सीमांचल की जनता माफ करेगी। यह चारों बेइमान विधायक को पिछले दिनों पुर्णियां में हुई महागठबंधन की रैली में कुछ भी सीमांचल के बारे में बोलने के लिए सरकार नहीं दिया। बल्कि स्टेज में सबसे पीछे बैठने दिया ।हम सीमांचल पर बसने वाले सभी इंसान के लिए लड़ रहे हैं। अगर सीमांचल के लोगों के साथ इंसाफ नहीं होगी। तो हम चक्का जाम करेंगे । वहीं विधायक अख्तरूल इमान ने कहा कि खाड़ी पुल का कार्य पिछले दस वर्षोँ से लटका हुआ है।
इसके बावजूद सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। सीमांचल यह ऐसा इलाका है। जहां सभी जाति – धर्म के लोग मिलकर रहता है। पहले दुसरे राज्य के लोग सीमांचल में रोजगार करने आते थे। परंतु अभी सीमांचल के युवा अक्सर दुसरे प्रदेश में जाकर रोजगार ठुंड रहे हैं। जब बीजेपी के नेता सीमांचल आते हैं। तो वह हिंदू – मुस्लिम की बात कर चले जाते हैं। वहीं जब महागठबंधन सरकार के लोग आते हैं तो बीजेपी का डर दिखाकर सीमांचल के लोगों से वोट मांगते हैं। परंतु सीमांंचल की समस्या उनके सामने नजर नहीं आ रही है। अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी की शाख किशनगंज का मामला अभी तक अधर में लटका हुआ है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग बोलते हैं कि बोलने से क्या होता है। परंतु हम कहते हैं कि बोलने से ही सब होता है। अगर क्षेत्र की समस्या को लेकर विधायक विधानसभा नहीं बोलेगा। तो फिर क्षेत्र की समस्या की समाधान कैसे होगा। उन्होंने सरकार से कनकई एंव महानंदा नदी में हर पांच किलोमीटर पर पुल बनाने की मांग की।
तथाअलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी शाखा किशनगंज को पैसा दिलाने की मांग केंद्र सरकार से की ।वही
पुर्णियां एयरपोर्ट को सरकार जमीन देने की मांग की।इस मौके पर एआईएमआईएम पार्टी के प्रदेश महासचिव हाजी नाहीद गनी, जिला सचिव डा अबु सायम , मौलाना अबु सालेह , मौलाना सादिक, मो रमजान, हाजी दिलबर , मो सरफराज, जिला परिषद अफरोज आलम, मास्टर शाहीद , विधायक प्रतिनिधि अकील बदर आदि मौजूद थे।