चार दिनो तक मोहनमारी में बही भक्ति रस की गंगा
सत्कर्म की राह पर चलने का लिया सभी ने संकल्प
यज्ञ स्थल से पर्यावरण संरक्षण और रक्तदान महादान का दिया गया संदेश
किशनगंज /प्रतिनिधि
अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा मोहन मारी ने आयोजित 4 दिवसीय 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का समापन हो गया। यज्ञ के अंतिम दिन सैकड़ों लोगों ने यज्ञाहूति दी और सत्कर्म की राह पर चलने का संकल्प लिया। शांतिकुंज हरिद्वार उत्तराखंड से आई टोली नायक राजकुमार भृगु ने मोहनमारी के कार्यक्रम की सफलता के लिए आयोजक महिला समिति मोहनमारी की भूरी भूरी प्रशंसा की। महिला शक्ति को आगे बढ़कर इतने बड़े कार्यक्रम के शपथ के लिए आभार व्यक्त किया।

इक्सवी सदी में महिला शक्ति की भूमिका पर बोलते हुए समाज के हर उत्थान कार्य में महिलाएं बराबर की भूमिका में आगे आएं ऐसी प्रेरणा दी। महिला आयोजक कमिटी के सचिव बीना देवी ने कार्यक्रम को सफल बनाने में समाज के सभी वर्ग के लोगों का आभार व्यक्त किया और युवाओं को सत्कार्य पर चलने, नशा मुक्त राह अपनाने की अपील की।

टोली के विदाई में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित प्रज्ञा पुत्र श्यामानंद झा ने संपूर्ण गायत्री परिवार शाखा किशनगंज की ओर से नमन वंदन किया और सबको आशीर्वाद और मार्गदर्शन देने के लिए कृतज्ञता ज्ञापन किया। उन्होंने स्थानीय मुखिया श्री शाहबाज आलम के अभूतपूर्व सहयोग के लिए आशीर्वाद और उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
महिला समिति अध्यक्षा गौरी देवी ने शांतिकुंज से आए पांच पंचरत्नों को सार्थक सन्देश के लिए आभार व्यक्त किया।यज्ञ मीडिया प्रभारी सह संचालक कमलेश कुमार ने पुस्तक वितरण कर सद्ज्ञान का प्रसार किया। पर्यावरण प्रेमी राकेश कुमार ने पौधा वितरण कर प्रकृति संवर्धित करने की प्रेरणा दी। युवा समाजसेवी ललितेंद भारतीय ने युवाओं से देश हित में कार्य करने और शिक्षा संवर्धन के लिए स्वाध्याय का प्रण कराया।
इस विशाल यज्ञ में सेवा निवृत शिक्षक गंगा प्रसाद सिंह, हेमचरण सिंह, विष्णु प्रसाद सिंह, विजय कुमार, पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि सतीश प्रसाद सिंह, सखीलाल सिंह, हरिश्चंद्र सिंह, साबूलाल सिंह, सिपटी सिंह, रूपेश कुमार झा, पद्मा भारतीय, पूर्व मुखिया शाहिद आलम, कृष्ण कुमार सिंह, पंचानंद सिंह, भानु प्रसाद सिंह, झरी लाल सिंह, चांदनी कुमारी, निकिता कुमारी, कविता कुमारी, नेहा कुमारी,परशुराम सिंह, कचालू प्रसाद सिंह, हरीहर कुमार सिंह, लालचंद सिंह, सुरेश प्रसाद सिंह, मनोहर प्रसाद सिंह, प्रेमलाल सिंह, रीतलाल सिंह, प्रीति राय, अमृता सिंह, रेणु शर्मा, बेहुला देवी, राधा देवी,राम जी, पिंकी देवी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।